Jab tere qareeb bethi thi!


एक सुकून सा महसूस हुआ था, जब तेरे करीब बैठी थी! तेरी ठंडी हवाओं से अपने अश्कों को उडते देखा था!

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एक तन्हाई थी खुशनुमा सी, जब तेरे करीब बैठी थी!
तेरी खामोशी में अपने जज़्बातों को गुनगुनाते देखा था!
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कुछ तो अलग ही आलम था मेरे दिल का, जब तेरे करीब बैठी थी!
तेरी खूबसूरती में खुद को निखरते देखा था!

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